शकील अहमद
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में सवर्ण आर्मी ने आज लखनऊ जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा, जिसमें जातिगत आरक्षण समाप्त कर आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू करने की मांग की गई। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि एससी/एसटी एक्ट का दुरुपयोग बढ़ रहा है, इसलिए या तो उसमें संशोधन किया जाए या इसे समाप्त किया जाए।
ज्ञापन में रखी गई प्रमुख मांगें:
1. जातिगत आरक्षण समाप्त कर आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू किया जाए।
2. एससी/एसटी एक्ट में संशोधन किया जाए या उसे समाप्त किया जाए, क्योंकि इसका दुरुपयोग कर निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा है।
3. सामान्य वर्ग के हितों की रक्षा के लिए “सवर्ण आयोग” का गठन किया जाए।
4. आरक्षण व्यवस्था के कारण सामान्य वर्ग के प्रतिभाशाली युवाओं को रोजगार और अवसरों से वंचित न रखा जाए।
सवर्ण आर्मी की ओर से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में लिखा गया कि “देश की आज़ादी के बाद से अब तक आरक्षण व्यवस्था जाति के आधार पर चल रही है, जबकि सामान्य वर्ग में भी बड़ी संख्या में आर्थिक रूप से कमजोर लोग हैं। ऐसे में केवल जाति के आधार पर आरक्षण देना न्यायसंगत नहीं है।”
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि आरक्षण के कारण सामान्य वर्ग के अनेक योग्य उम्मीदवार सरकारी सेवाओं और शैक्षणिक संस्थानों से वंचित रह जाते हैं। यदि आरक्षण केवल आर्थिक आधार पर किया जाए तो “देश के सभी वर्गों के योग्य लोगों को समान अवसर मिलेगा और राष्ट्र अधिक सशक्त बनेगा।”
ज्ञापन देने के दौरान जिला संयोजक नीतीश दीक्षित, जिला प्रभारी करुणा शंकर उपाध्याय, जिला संपर्क प्रमुख विजय शुक्ला, अभय दिवेदी, मुकेश उपाध्याय, अजीत शुक्ला, आदयनाथ उपाध्याय, पं. श्याम बिहारी शुक्ला, पंकज अवस्थी,
त्रिभुवन बाजपेई, एडवोकेट मधुलिका उपाध्याय, कमल दीक्षित, विनय तिवारी एडवोकेट, चन्द्रभान सिंह, जय प्रकाश उपाध्याय सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
