चिरमिरी (एमसीब)। दशहरा पर्व पर चिरमिरी का छोटा बाज़ार स्थित महात्मा गांधी स्टेडियम इस बार भी गवाह बना एक भव्य आयोजन का। यहाँ पर 85 फीट ऊँचे रावण का दहन हुआ, जिसे देखने के लिए दूर-दराज़ से आए लाखों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
कार्यक्रम में उमंग और उत्साह का नजारा ऐसा था कि स्टेडियम का हर कोना दर्शकों से खचाखच भरा रहा। आतिशबाज़ी और रंगारंग झूमते-गाते माहौल ने दशहरे की रात को यादगार बना दिया।
कलाकारों ने बताया “हर साल चुनौती बड़ी होती है”
पुतला तैयार करने वाले अनुभवी कलाकारों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “हम कई दशकों से रावण पुतला बनाने का काम कर रहे हैं। हर साल हम कोशिश करते हैं कि नया आकर्षण और भव्यता जोड़ें। इस बार पुतले की ऊँचाई 85 फीट रखी गई, जिसमें आधुनिक आतिशबाज़ी तकनीक और नई डिज़ाइनिंग का इस्तेमाल किया गया। यह चुनौतीपूर्ण काम होता है क्योंकि हमें सुरक्षा और कलात्मकता दोनों का ध्यान रखना पड़ता है।”
दर्शकों में उत्साह और रोमांच
कार्यक्रम में शामिल दर्शकों ने भी अपनी खुशी साझा की। स्थानीय निवासी विजय कुमार ने कहा, “दशहरा का त्योहार यहां की पहचान है। हर साल हम अपने परिवार के साथ आते हैं और इस बार का रावण वाकई देखने लायक था।” महिलाओं और बच्चों में भी जबरदस्त उत्साह दिखा। बच्चों ने आतिशबाज़ी और रावण दहन का खूब आनंद लिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समां
रावण दहन के साथ ही वीनस आर्केस्ट्रा की प्रस्तुतियों ने लोगों का खूब मनोरंजन किया। रातभर नए-पुराने गीतों पर दर्शक झूमते रहे। आयोजकों के अनुसार इस बार सांस्कृतिक कार्यक्रमों को और भव्य बनाया गया था ताकि हर वर्ग के लोग जुड़ाव महसूस कर सकें।
प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था
इतनी बड़ी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने भी पूरी तैयारी की थी। पुलिस और स्वयंसेवकों की तैनाती से कार्यक्रम शांति और सुरक्षित तरीके से संपन्न हुआ।
चिरमिरी का दशहरा आयोजन सिर्फ धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि सांस्कृतिक पहचान बन चुका है। यहाँ उमड़ती भीड़ इस बात का सबूत है कि लोगों में परंपराओं के प्रति गहरा सम्मान और उत्साह आज भी कायम है।
