चिरमिरी (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (एमसीबी) जिले में सिख समुदाय ने गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस अवसर पर चिरमिरी स्थित गोदरी पारा गुरुद्वारा से एक भव्य नगर कीर्तन निकाला गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
नगर कीर्तन गोदरी पारा से प्रारंभ होकर बड़ा बाजार,हल्दीबाड़ी, डोमन हिल होते हुए पुनः गोदरी पारा गुरुद्वारा में संपन्न हुआ। नगर कीर्तन के दौरान श्रद्धालु “वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह” के जयकारों से पूरे शहर का माहौल भक्तिमय हो उठा।
गुरुद्वारा में कीर्तन, अरदास और लंगर का आयोजन
गुरुद्वारा परिसर में विशेष कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया, जिसमें रागी जत्थों ने गुरु बाणी का गायन किया। संगत ने श्रद्धा भाव से अरदास में भाग लिया और गुरु के उपदेशों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के उपरांत लंगर की व्यवस्था की गई, जिसमें श्रद्धालुओं ने सेवा भावना के साथ प्रसाद ग्रहण किया।
सिख समुदाय में दिखा उत्साह और एकता का संदेश
इस अवसर पर समुदाय के महिलाओं, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने प्रकाश पर्व के महत्व पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी ने प्रेम, एकता, समानता और सेवा का जो संदेश दिया था, वही आज भी समाज को दिशा देता है। कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को प्रकाश पर्व की शुभकामनाएँ दीं और समाज में भाईचारे और सद्भाव की भावना को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
