रायबरेली। माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार तथा जनपद न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री अमित पाल सिंह के दिशा-निर्देशन में आज विधिक सेवा दिवस के अवसर पर विधिक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।
रैली को दी गई हरी झंडी
माननीय जनपद न्यायाधीश श्री अमित पाल सिंह ने न्यायालय परिसर से रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस रैली का उद्देश्य नागरिकों को विधिक सेवा अधिनियम, 1987 की धारा 12 के अंतर्गत मिलने वाली मुफ्त कानूनी सहायता और न्याय तक उनकी पहुँच के अधिकारों के बारे में जागरूक करना था।
बच्चों ने संभाला संदेश प्रसार का दायित्व
रैली में राजर्षि रामपाल सिंह वैदिक इंटर कॉलेज के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। बच्चों ने बैनर और पोस्टर के माध्यम से “विधिक सेवा दिवस”, “जनपद मध्यस्थता केंद्र” और “विधिक सहायता पात्रता” जैसे विषयों पर संदेश फैलाया।
न्यायिक अधिकारियों और अधिवक्ताओं की सहभागिता
कार्यक्रम में प्रथम अपर जनपद न्यायाधीश कुशल पाल, अपर जनपद न्यायाधीश अमित कुमार पांडेय, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पवन कुमार सिंह, सिविल जज (सी.डी.) अमित मिश्रा, ए.सी.जे.एम. स्वप्निल पांडेय सहित अन्य न्यायिक मजिस्ट्रेट उपस्थित रहे।
रैली में पैनल अधिवक्ता मीना कुमारी, विनोद कुमार, रणजीत यादव, मध्यस्थ अधिवक्ता श्रवण कुमार, रामकुमार सिंह, पूनम त्रिवेदी, अल्का सिंह राजपूत तथा अन्य सदस्य भी शामिल हुए।
न्याय तक सबकी पहुँच का संकल्प
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने आमजन को यह संदेश दिया कि कानून सभी के लिए है, न्याय सबका अधिकार है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों महिलाओं, बच्चों, वृद्धजनों और ट्रांसजेंडर समुदाय को विधिक सहायता की जानकारी देकर उन्हें सशक्त बनाना था।
