मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला बना मज़ाक! ड्यूटी छोड़ नशे में कार चलाता मिला फार्मासिस्ट, वीडियो वायरल

रायबरेली। मुख्यमंत्री जन आरोग्य स्वास्थ्य मेला जहां आमजन को स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ने का एक बड़ा प्रयास है, वहीं रायबरेली के खीरों ब्लॉक के देवगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में इस पहल की साख पर सवाल खड़े कर देने वाली बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां ड्यूटी के दौरान एक फार्मासिस्ट नशे में धुत होकर सड़क पर कार दौड़ाता मिला, जिसने पेड़ और बाइक सवार को टक्कर मार दी। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो ग्रामीणों ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।

ड्यूटी छोड़ शराब के नशे में कार लेकर निकला फार्मासिस्ट

जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर करीब 2 बजे देवगांव PHC में तैनात फार्मासिस्ट जो मुख्यमंत्री जन आरोग्य स्वास्थ्य मेले की ड्यूटी पर तैनात था, अपनी जिम्मेदारी छोड़कर शराब के नशे में कार लेकर निकल गया। ग्रामीणों के अनुसार उसकी कार पहले एक पेड़ से टकराई, फिर पास से गुजर रहे एक बाइक सवार को भी चपेट में ले लिया। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।

घटना स्थल पर पहुंचे ग्रामीणों ने फार्मासिस्ट को घेर लिया और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। घटना की सूचना मिलते ही डायल 112 पुलिस टीम मौके पर पहुंची लेकिन फिलहाल किसी ग्रामीण ने तहरीर नहीं दी है।

डॉक्टर ने दिखाई लापरवाही, बोलीं “मुझे नहीं पता फार्मासिस्ट कहां गया”

देवगांव PHC में तैनात डॉक्टर अर्चिता वर्मा से जब घटना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि “मुझे नहीं पता कि फार्मासिस्ट कहां गया है।” हालांकि स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि डॉक्टर स्वयं अधिकांश दिनों में अस्पताल से अनुपस्थित रहती हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब प्रभारी ही लापरवाह हैं तो अधीनस्थ स्टाफ पर कार्रवाई की उम्मीद कैसे की जा सकती है।

खीरों सीएचसी और अधीनस्थ पीएचसी में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल

खीरों सीएचसी व इसके अंतर्गत आने वाली देवगांव, एकौनी, सेमरी, दृगपालगंज और पाहो राजकीय महिला चिकित्सालयों में स्वास्थ्य सेवाएं पहले से ही चरमराई हुई हैं। लोगों का कहना है कि डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की मनमानी व अनुपस्थित रहना आम बात हो गई है। बार-बार शिकायतों के बावजूद मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) रायबरेली ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।

जनता में आक्रोश, जिलाधिकारी से कार्रवाई की मांग

क्षेत्रीय लोगों ने कहा कि लगातार लापरवाही और शराब के नशे में ड्यूटी करने जैसे गंभीर मामलों से सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर लोगों का भरोसा डगमगा रहा है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी रायबरेली से मामले में जांच कर सख्त कार्रवाई की मांग की है।ग्रामीण बोले “जब स्वास्थ्य मेला जैसे सरकारी कार्यक्रम में ही कर्मचारी नशे में ड्यूटी करें, तो बाकी दिनों का अंदाज़ा खुद लगाया जा सकता है।”

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