रायबरेली। मिशन शक्ति फेज 5.0 के अंतर्गत बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में “बाल विवाह को न-चैंपियंस सम्मान समारोह” आयोजित किया गया। इस अवसर पर उन बालिकाओं को सम्मानित किया गया जिन्होंने समाज में बाल विवाह जैसी कुरीति के खिलाफ डटकर आवाज़ उठाई और कई मामलों को रुकवाने में निर्णायक भूमिका निभाई।
जिला प्रोबेशन अधिकारी जयपाल वर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य उन साहसी बालिकाओं को प्रोत्साहित करना है जिन्होंने अपने समुदाय, विद्यालय और पंचायत स्तर पर जागरूकता फैलाकर बाल विवाह को रोकने का कार्य किया है। इन बालिकाओं को “सेल्फ कॉलर बालिकाएं” कहा गया, जिन्होंने न केवल अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता दिखाई, बल्कि दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित किया।
सम्मान समारोह के दौरान बाल विवाह की रोकथाम में आने वाली चुनौतियों और सामाजिक प्रतिरोधों पर भी चर्चा की गई।
इस अवसर पर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष पूनम सिंह, सदस्य मिलिंद द्विवेदी, बाल संरक्षण अधिकारी वीरेंद्र पाल, डीएमसी शेफाली सिंह, जेंडर स्पेशलिस्ट पूजा तिवारी, वन स्टॉप सेंटर मैनेजर आस्था ज्योति, काउंसलर श्रद्धा सिंह, सुरेश कश्यप तथा जिले के सभी थानों से उपस्थित बाल कल्याण अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के अंत में सम्मानित बालिकाओं को समाज में जागरूकता फैलाने और “मिशन शक्ति” के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने का संकल्प दिलाया गया।
