शकील अहमद
लखनऊ। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने शनिवार को पराग चौराहा, आशियाना स्थित अपने कार्यालय पर जन संवाद कर क्षेत्र की समस्याओं, मांगों एवं सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना और उनके त्वरित समाधान का आश्वासन दिया।
इसी दौरान विधायक ने ताराशक्ति (सिलाई) केंद्रों से संबंधित लंबित आवेदनों की समीक्षा करते हुए बताया कि सरोजनीनगर में अब तक करीब 1800 सिलाई मशीनें वितरित कर 162 तारा शक्ति केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि अगले 36 सप्ताहों में 500 से अधिक नई सिलाई मशीनें देकर 36 और तारा शक्ति केंद्र शुरू किए जाएंगे। इन नई इकाइयों के बाद सरोजनीनगर में तारा शक्ति केंद्रों की संख्या बढ़कर 198 हो जाएगी।
‘तारा शक्ति केंद्र’ सिर्फ सिलाई नहीं, ‘समग्र विकास का केंद्र’
डॉ. सिंह ने कहा कि ये केंद्र आज केवल सिलाई संस्थान नहीं, बल्कि महिलाओं के आर्थिक, सामाजिक और कौशल विकास का मजबूत मंच बन चुके हैं। उन्होंने बताया कि सरोजनीनगर की महिलाओं ने अब तक 30,000 ईको-फ्रेंडली स्कूल बैग, 30,000 से अधिक राष्ट्रीय ध्वज तथा हजारों गारमेंट एवं सिलाई उत्पाद का निर्माण कर महिला-श्रम को एक संगठित जन-आंदोलन का रूप दिया है।
उन्होंने कहा कि ये केंद्र अब केवल उत्पादन तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उद्यमिता, स्व-रोजगार और समूह आधारित आर्थिक सशक्तिकरण का नया मॉडल बन चुके हैं।
महिला शक्ति को संगठित कर रहा सरोजनीनगर
डॉ. सिंह ने कहा कि “इन केंद्रों की असली ताकत सिलाई मशीन नहीं, बल्कि समूह में संगठित होकर आगे बढ़ती महिलाएँ हैं, जो एक-दूसरे को सशक्त कर रहीं हैं, सरकारी योजनाओं की जानकारी ले रही हैं और सीधे विधायक कार्यालय से समाधान प्राप्त कर रही हैं।”
उन्होंने आश्वासन दिया कि 36 नए केंद्रों के स्थापित होने के बाद किसी भी मांग या आवेदन लंबित नहीं रहेंगे। “जो वादा किया था, वह 100% पूरा होगा, यह मेरा संकल्प है,”।
महिला सशक्तिकरण का राष्ट्रीय मॉडल बन रहा सरोजनीनगर
डॉ. सिंह ने कहा कि सरोजनीनगर की मातृशक्ति यह साबित कर चुकी है कि यदि अवसर, मंच और सहयोग मिले तो महिलाएँ परिवार से लेकर समाज तक बदलाव ला सकती हैं।
उन्होंने इसे पूरे क्षेत्र का गौरव बताते हुए कहा कि तारा शक्ति केंद्र अब महिला सशक्तिकरण का राष्ट्रीय मॉडल बन रहे हैं।
