शकील अहमद
लखनऊ। सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर एक्सटेंशन में आयोजित 10वां अंतर्राष्ट्रीय युवा गणितज्ञ सम्मेलन (IYMC) 2025 में सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने प्रेरक संबोधन से देश-विदेश से आए युवा गणितज्ञों को नई दिशा दी। कार्यक्रम में दस देशों से आए प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जहां डॉ. सिंह ने कहा कि गणित केवल एक विषय नहीं, बल्कि हर आधुनिक तकनीक की नींव है, जो विश्व को एक सूत्र में जोड़ती है।
डॉ. सिंह ने कहा कि “कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) मानवता की सेवक बने, शासक नहीं।” उन्होंने युवाओं को चेताया कि वर्ष 2045 तक साइबरनेटिक इंटेलिजेंस मानव बुद्धि से आगे निकल सकती है। ऐसे में युवाओं को अपने डिजिटल कौशल, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नैतिक मूल्यों को मज़बूत करना होगा ताकि वे इस परिवर्तन के अग्रदूत बनें।
उन्होंने सिटी मॉन्टेसरी स्कूल की विरासत की सराहना करते हुए कहा कि “डॉ. जगदीश गांधी का 1959 में देखा गया सपना आज एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है- 63,000 छात्र, 21 कैम्पस और ‘विश्व शांति के लिए शिक्षा’ की अनूठी परंपरा CMS को विशिष्ट बनाती है।”
डॉ. सिंह ने पर्यावरणीय चुनौतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि “हर वर्ष 60 लाख लोग वायु प्रदूषण से जान गंवाते हैं, जिनमें से 25 लाख भारत में हैं।” उन्होंने युवाओं से सौर ऊर्जा, हरित ऊर्जा और विद्युत वाहनों को अपनाने का आह्वान किया और सतत विकास (Sustainable Development) को समय की आवश्यकता बताया।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे दो भारतीय युवाओं ने 22 वर्ष की आयु में एक एआई आधारित भर्ती कंपनी शुरू की, जिसका मूल्यांकन अब 10 अरब डॉलर तक पहुँच गया है। “भारत के युवा अब तकनीक, बुद्धिमत्ता और वैश्विक नेतृत्व की परिभाषा बदल रहे हैं।
कार्यक्रम में संस्थापक निदेशिका डॉ. भारती गांधी, प्रबंधक प्रो. गीता गांधी किंगडन, प्रो. महेश काकड़े, विधायक राजेश गौतम, सोमा चंद्रा और प्रशांत कुमार सिंह सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
