लखनऊ। राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर थाना क्षेत्र में अवैध मीट का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। अवध विहार कॉलोनी (मदीना मस्जिद के पास), आजाद नगर और चिल्लावां इलाकों में बिना किसी लाइसेंस के मीट की दुकानें खुलेआम चल रही हैं। प्रशासन और नगर निगम की नाक के नीचे यह पूरा गोरखधंधा संचालित हो रहा है, लेकिन कार्रवाई केवल कागज़ों तक सीमित है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी के निर्देशों की खुली धज्जियाँ
हाल ही में एयरपोर्ट अथॉरिटी की बैठक में साफ निर्देश दिए गए थे कि “एयरपोर्ट से 2–3 किलोमीटर के दायरे में मीट की दुकानें पूरी तरह बंद कराई जाएं”, मगर जमीनी हकीकत यह है कि चिल्लावां क्षेत्र (एयरपोर्ट चौकी क्षेत्राधिकार) में खुलेआम मीट बिक्री और वध का कार्य जारी है।
इसी तरह मदीना मस्जिद (अवध विहार कॉलोनी) और आजाद नगर जो बदालीखेड़ा चौकी क्षेत्र में आते हैं, वहाँ भी बिना लाइसेंस के मीट की दुकानें दिन-रात संचालित हैं। सूत्रों के मुताबिक यह पूरा कारोबार एयरपोर्ट चौकी इंचार्ज और बदालीखेड़ा चौकी इंचार्ज के संरक्षण में चल रहा है, जहाँ हर महीने मोटी रकम लेकर कार्रवाई को कागज़ों तक सीमित कर दिया गया है।
सरकारी आदेशों की उड़ रही धज्जियाँ
राज्य सरकार की ओर से अवैध बूचड़खानों और मीट की दुकानों पर सख्त कार्रवाई के आदेश जारी हैं। बावजूद इसके, सरोजनीनगर क्षेत्र में यह कारोबार न केवल जारी है बल्कि प्रशासनिक संरक्षण में फल-फूल रहा है।
अब उठता बड़ा सवाल
क्या एयरपोर्ट सुरक्षा के आदेशों का पालन कराया जाएगा? क्या बदालीखेड़ा और एयरपोर्ट चौकी क्षेत्र में चल रहे इस अवैध कारोबार पर कार्रवाई होगी? या फिर सरकारी आदेश यूँ ही अफसरों की मेहरबानी के नीचे दबे रहेंगे?
