शकील अहमद
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने विजयादशमी के पावन अवसर पर वृहस्पतिवार को शस्त्र पूजन समारोह में भाग लिया। यह कार्यक्रम भारतीय क्षत्रिय समाज और लोक अधिकार मंच सिविल सोसायटी के तत्वावधान में सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, विशाल खंड, गोमतीनगर में आयोजित किया गया।
डॉ. सिंह ने परंपरागत विधि-विधान के अनुसार शस्त्र पूजन किया और इस अवसर पर भारतीय क्षत्रिय समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल सिंह गहलोत ने उन्हें संगठन का संगठन संरक्षक (Patron) नियुक्त किया।
डॉ. सिंह ने इस अवसर पर कहा कि “सच्चा क्षत्रिय वही है जो राष्ट्र, धर्म और समाज के लिए अपना जीवन समर्पित करता है। हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह इस गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाए और इसे राष्ट्रीय सेवा में परिवर्तित करे।”
विधायक ने कहा कि भारत आज केवल सीमाओं पर शत्रुओं से ही नहीं, बल्कि भीतर और बाहर से आने वाले वैचारिक और डिजिटल हमलों का सामना कर रहा है। “ये विचारधाराएँ हमारी संस्कृति और सभ्यता पर प्रहार करती हैं, जबरन धर्मांतरण को बढ़ावा देती हैं और महिलाओं को शिक्षा से वंचित करना चाहती हैं। ऐसे समय में समाज का सतर्क और एकजुट रहना अनिवार्य है।”
डॉ. सिंह ने युवाओं के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा,
“वर्तमान युग में ज्ञान, शिक्षा और तकनीक ही सबसे सशक्त अस्त्र हैं। 2024 में ही भारत के रक्षा प्रतिष्ठानों, परमाणु संयंत्रों, परिवहन और स्वास्थ्य प्रणालियों पर 20 लाख से अधिक साइबर हमले दर्ज किए गए। भविष्य के युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं, बल्कि डिजिटल क्षेत्र में भी लड़े जाएँगे।”
उन्होंने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और रोजगार अवसरों के लिए डिजिटल शिक्षा एवं कौशल विकास पर जोर दिया।
कार्यक्रम में अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे। इनमें राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, विधान परिषद सदस्य पवन सिंह चौहान, अंगद सिंह, छेदी सिंह, एस.पी. सिंह, अरविंद कुमार सिंह, प्रदीप सिंह ‘बब्बू’, श्यामपाल सिंह, राज्य महिला आयोग सदस्य एकता सिंह, संयोगिता सिंह, कर्नल ए.के. सिंह, भानु प्रताप सिंह, अखिलेश सिंह और देवेंद्र सिंह सहित अन्य विशिष्ट अतिथि शामिल थे।
डॉ. सिंह का यह संदेश न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि युवाओं और समाज के लिए ज्ञान, तकनीक और एकता के महत्व को उजागर करता है।
