पंकज तिवारी
शुकुल बाजार (अमेठी)। शुकुल बाजार थाना क्षेत्र के पूरे बड़गाइन का पुरवा गांव में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन अयोध्या धाम के प्रसिद्ध कथावाचक पवन कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने कहा कि भागवत कथा श्रवण मात्र से पापों से मुक्ति प्राप्त होती है।
उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर कथा होती है, वहां स्वयं भगवान का वास होता है। भगवान के नाम का जाप सभी विपत्तियों का नाश करता है और मनुष्य को धर्ममार्ग की ओर अग्रसर करता है।
कर्म प्रधान है जीवन का आधार
कथावाचक पवन कृष्ण शास्त्री जी ने श्रीकृष्ण के उपदेशों का उल्लेख करते हुए कहा कि “कर्म ही प्रधान है, बिना कर्म कुछ संभव नहीं।” उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति सत्कर्म करता है, उसे सदैव शुभ फल की प्राप्ति होती है, जबकि दुष्कर्म करने वाला हमेशा कष्ट भोगता है।
उन्होंने आगे कहा कि मनुष्य को समाज में सद्कार्य करने चाहिए और ईश्वर की कृपा से ही जीवन में वास्तविक सुख और शांति मिलती है।
धर्म और ज्ञान का संगम है भागवत कथा
शास्त्री जी ने कथा के दौरान गोकर्ण और धुंधकारी प्रसंग का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे धुंधकारी ने मनोयोग से कथा सुनी और मोक्ष प्राप्त किया, उसी प्रकार भागवत कथा का श्रवण आत्मा को निर्मल करता है और वैराग्य तथा ज्ञान का उदय होता है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा एक ऐसा आध्यात्मिक अमृत है जिसे सुनने से आत्मा की तृप्ति कभी नहीं होती।
भक्ति और भजन से गूंजा पूरा गांव
कथा स्थल पर प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित होकर कथा और भजन-संगीत का आनंद ले रहे हैं। इस अवसर पर विधायक सुरेश पासी, जजमान अशोक शुक्ला, विनीत शुक्ला, राकेश तिवारी, बबलू शुक्ला, नन्हे शुक्ला, रानू शुक्ला, शेजनाथ तिवारी, पंकज तिवारी सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे। कथास्थल भक्ति, भजन और ज्ञान के माहौल से गूंज उठा।
