युवा भारत की शक्ति हैं, मत बाँटो इस ऊर्जा को धर्म-जाति में : डॉ. राजेश्वर सिंह

“मत बाँटो इस ऊर्जा को धर्म और जातियों की रेखाओं में”- ‘भविष्य-ए-उत्तर प्रदेश’ में बोले विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह

शकील अहमद

लखनऊ। सरोजनीनगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह बुधवार को कैसरबाग स्थित कला मंडपम में आयोजित ‘भविष्य-ए-उत्तर प्रदेश (स्टूडेंट पार्लियामेंट – 2025)’ कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में लखनऊ के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के सैकड़ों छात्रों ने भाग लिया।

डॉ. सिंह ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि “युवा की कोई जाति नहीं होती, कोई धर्म नहीं होता, युवा स्वयं में एक विचार, एक ऊर्जा और एक क्रांति है। भारत का हर युवा एक यूनिट ऑफ़ चेंज है, जिसकी ऊर्जा ही राष्ट्र की शक्ति है।”

युवा भारत की शक्ति – 2047 का भारत उनके कंधों पर

डॉ. सिंह ने कहा कि भारत विश्व का सबसे युवा देश है, जहाँ 65% आबादी 35 वर्ष से कम आयु की है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे भारत को 2047 तक आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक महाशक्ति बनाने का संकल्प लें।
उन्होंने पर्यावरण संरक्षण को आज की सबसे बड़ी चुनौती बताते हुए कहा कि “औद्योगीकरण के बाद वैश्विक तापमान 1.5°C बढ़ चुका है। यदि यह और 0.5°C बढ़ा तो स्थिति भयावह होगी। हर वर्ष प्रदूषण से लगभग 7 लाख लोग असमय मृत्यु का शिकार हो रहे हैं।”

इतिहास से सीखें एकता का महत्व

डॉ. सिंह ने युवाओं को इतिहास की सीख याद दिलाते हुए कहा कि जब भारत संगठित था, तब अजेय था। “केवल 2 लाख अंग्रेज़ों ने 30 करोड़ भारतीयों पर शासन किया, क्योंकि वे संगठित थे और हम बिखरे हुए। ग़ज़नी, गौरी और मुग़ल भी इसलिए सफल हुए क्योंकि हम विभाजित रहे।”

आर्थिक उपलब्धियाँ और भविष्य की दृष्टि

उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। “आज प्रति व्यक्ति आय ₹500 से बढ़कर ₹2 लाख तक पहुँची है। अब लक्ष्य होना चाहिए ₹50 लाख।” भारत के पास ₹50 लाख करोड़ का विदेशी मुद्रा भंडार, हर वर्ष ₹6–7 लाख करोड़ का FDI, और उच्च जीवन प्रत्याशा जैसी उपलब्धियाँ हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि युवाओं को 100% साक्षरता और गुणवत्ता युक्त शिक्षा के साथ GDP को $30 ट्रिलियन तक पहुँचाने का संकल्प लेना चाहिए।

डिजिटल युद्ध का युग – साइबर सुरक्षा प्राथमिकता बने

डॉ. सिंह ने कहा कि “भारत में हर वर्ष 25 लाख से अधिक साइबर हमले होते हैं, जिनमें 200% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।” उन्होंने युवाओं से साइबर सुरक्षा और डिजिटल नवाचार के क्षेत्र में योगदान देने का आग्रह किया ताकि भारत तकनीकी रूप से आत्मनिर्भर और डिजिटल रूप से सुरक्षित बन सके। “2047 सिंगुलैरिटी का युग होगा, जब मशीन और मानव मस्तिष्क साथ काम करेंगे। भारत के युवा ही इस युग के नेतृत्वकर्ता बनेंगे।”

आयोजकों के प्रति आभार

इस भविष्यदर्शी आयोजन के सफल संचालन हेतु डॉ. राजेश्वर सिंह ने आयोजकों अभिनव पटेल, सोमेन्द्र सिंह, दीपांशु पटेल, शिखर पुरी, आर्यन तोमर एवं आमिर को धन्यवाद दिया।

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