नई दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 156वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके जीवन और सिद्धांतों को देश और दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया। प्रधानमंत्री ने राजधानी दिल्ली स्थित राजघाट जाकर बापू की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके आदर्शों को याद करते हुए एक संदेश जारी किया।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने आधिकारिक संदेश में लिखा:
“गांधी जयंती प्रिय बापू के असाधारण जीवन को श्रद्धांजलि अर्पित करने का दिन है, जिनके आदर्शों ने मानव इतिहास की दिशा बदल दी। उन्होंने दिखाया कि कैसे साहस और सादगी महान परिवर्तन के साधन बन सकते हैं। वे सेवा और करुणा की शक्ति को लोगों को सशक्त बनाने के आवश्यक साधन मानते थे। हम एक विकसित भारत के निर्माण के अपने प्रयास में उनके बताए मार्ग पर चलते रहेंगे।”
प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी की सत्य, अहिंसा, सेवा, और नैतिक साहस की भावना को “भारत की आत्मा” बताया और कहा कि गांधीजी के विचार आज भी सामाजिक समरसता, स्वच्छता, आत्मनिर्भरता और समानता के लिए पथप्रदर्शक हैं।
‘विकसित भारत’ की दिशा में गांधीजी के विचार प्रेरणा बने रहेंगे
मोदी ने अपने संदेश में यह भी उल्लेख किया कि भारत गांधीजी के बताए रास्ते पर चलते हुए एक समावेशी, स्वावलंबी और विकसित राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने देशवासियों से खादी और स्थानीय उत्पादों को अपनाने का भी आग्रह किया — इसे गांधीजी को सच्ची श्रद्धांजलि बताया।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व का दिन
गौरतलब है कि हर वर्ष 2 अक्टूबर को भारत में गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है, और संयुक्त राष्ट्र द्वारा इसे अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मान्यता दी गई है। देशभर में स्वच्छता अभियान, ग्राम विकास कार्यक्रम, और सत्य-अहिंसा पर आधारित संगोष्ठियों का आयोजन इस दिन किया जाता है।